दूरस्थ शिक्षा से बी.एड. करने वाले शिक्षकों की शिक्षण दक्षता एवं शालेय संगठनात्मक वातावरण का संबंधीय अध्ययन

डॉ. (श्रीमती) गुरमीत कौर सस श्री अर्निबन चौधरी

सारांश
शिक्षा का उद्देश्‍य बालक के व्यक्तित्व का विकास करना है। यह विकास योग्य व दक्ष षिक्षकों के द्वारा षाला के खुले, स्वतंत्र, मैत्रीपूर्ण व स्वस्थ वातावरण में किया जाता है। प्रस्तुत अध्ययन में दूरस्थ शिक्षा से बी.एड. करने वाले शिक्षकों की शिक्षण दक्षता व शालेय संगठनात्मक वातावरण का संबंधीय अध्ययन किया गया है। जिसके लिये न्यादर्श के रूप में दूरस्थ शिक्षा से बी.एड. करने वाले 120 शिक्षकों (दुर्ग जिले के शासकीय व अशासकीय विद्यालयों से) का चयन एदृच्छिक विधि से किया गया है। शालेय संगठनात्मक वातावरण हेतु शर्मा (1978) द्वारा निर्मित शालेय संगठनात्मक वातावरण प्रश्‍नावली एवं शिक्षण दक्षता के मापन हेतु पासी एवं ललिता (1994) द्वारा निर्मित सामान्य शिक्षण दक्षता मापनी का प्रयोग किया गया है। दूरस्थ शिक्षा से बी.एड. करने वाले शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों की शिक्षण दक्षता एवं शालेय संगठनात्मक वातावरण में सार्थक सहसंबंध पाया गया। शासकीय विद्यालयों के पुरूष एवं महिला शिक्षकों, अशासकीय विद्यालयों के पुरूष एवं महिला शिक्षकों, शासकीय व अशासकीय विद्यालयों की महिला शिक्षकों की शिक्षण दक्षता व शालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सह-संबंध नहीं पाया गया। ,


प्रस्तावना:-
षिक्षा का उद्देष्य बालक का षारीरिक, मानसिक, सामाजिक, सांस्कृतिक तथा भावात्मक विकास करना है, इसके लिये षिक्षण संस्थाओं में उपयुक्त वातावरण की आवष्यकता होती है। वातावरण में वे सभी परिस्थितियाँ आ जाती है जो व्यक्ति के विकास, रहन-सहन तथा कार्य करने की परिस्थितियों को प्रभावित करती है। वातावरण के अंतर्गत विभिन्न भौतिक, मानसिक, सामाजिक, नैतिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनैतिक तथा भावात्मक षक्तियाँ होती है जो व्यक्ति के जीवन, प्रकृति, व्यवहार विकास एवं परिपक्वता को प्रभावित करती है और व्यक्ति के व्यवहार परिवर्तन में सहायक होती है। षिक्षक इन्हीं षक्तियों या क्रियाओं के माध्यम से विद्यालय में उपयुक्त वातावरण उत्पन्न कर बालक का मानसिक, सामाजिक, षारीरिक और भावात्मक विकास करते है।
बालकों का चर्तुमुखी विकास करने के लिये आवष्यक है कि षिक्षक योग्य व अपने कार्य में प्रषिक्षित एवं दक्ष हो। दक्ष षिक्षक ही बालकों का सर्वांगीण विकास कर व्यवहार परिवर्तन में सक्षम होता है। दक्षता व्यक्ति के कार्य करने की क्षमता और उसके प्रभाव को दर्षाती है। षिक्षण दक्षता व्यक्तिगत अभिरूचि, वातावरण व भौतिक साधनों पर आश्रित होती है। इसमें कमी या वृद्धि दोनों ही बालकों को प्रभावित करती है।

कैनी और रेन्टज़(1970) ने विभिन्न क्षेत्रों के षालेय संगठनात्मक वातावरण का अध्ययन कर पाया कि अच्छे षालेय वातावरण में षिक्षकों की दक्षता बढ़ती है। नायर (1974) ने सामाजिक कारकों को षिक्षण दक्षता से सहसंबंधित पाया। प्रकाषम (1986) ने षासकीय व अषासकीय विद्यालयों में कार्यरत् षिक्षकों की प्रभावषीलता में सार्थक संबंध नहीं पाया। कुल्सन (1988) ने वातावरण उच्च होने के साथ दक्षता में भी वृद्धि होती पाई। बिस्वास और डी.(1995) ने महिला षिक्षकों को पुरूश षिक्षकों की अपेक्षा अधिक श्रेश्ठ पाया। श्रीवास्तव (2007) ने षासकीय विद्यालयों की अपेक्षा अषासकीय विद्यालयों का वातावरण श्रेश्ठ पाया।
उद्देष्य:-
त्र् दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के मध्य सहसंबंध का अध्ययन करना।
त्र् दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के मध्य सहसंबंध का अध्ययन करना।
त्र् दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले अषासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के मध्य सहसंबंध का अध्ययन करना।
त्र् दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के मध्य सहसंबंध का अध्ययन करना।
त्र् दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के मध्य सहसंबंध का अध्ययन करना।
परिकल्पना:-
भ्1 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
भ्2 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
भ्3 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले अषासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
भ्4 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
भ्5 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
न्यादर्ष:-
प्रस्तुत अध्ययन हेतु दुर्ग जिले के दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय व अषासकीय विद्यालयों के 120 षिक्षक-षिक्षिकाओं को प्रतिदर्ष हेतु यादृच्छिक विधि से लिया गया है।
उपकरण:-
प्रस्तुत अध्ययन में षालेय संगठनात्मक वातावरण के मापन हेतु षर्मा (1978) द्वारा निर्मित षालेय संगठनात्मक वातावरण प्रष्नावली एवं षिक्षण दक्षता के मापन हेतु पासी एवं ललिता (1994) द्वारा निर्मित सामान्य षिक्षण दक्षता मापनी का प्रयोग किया गया हैै।
प्रदत्तों का विष्लेशण एवं विवेचना:-
भ्1 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
तालिका क्रमांक 01 षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के षिक्षकों की षिक्षण दक्षता का षालेय संगठनात्मक वातावरण के साथ सहसंबंध
क्र षाला प्रदत्तों मध्यमान प्रमाणिक टी-
की विचलन मूल्य
संख्या
1. षा. 60 156.78 11.59
2.69
2. अषा. 60 150.83 12.35
कित्र 118, च झ 0.01, सार्थक सह संबंध पाया गया।
तालिका क्रमांक 01 के अवलोकन से ज्ञात होता है कि षासकीय विद्यालयों के षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण का मध्यमान 156.78 तथा अषासकीय विद्यालयों के षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के सहसंबंध का मध्यमान 150.83 प्राप्त हुआ। दोनों समूहों के बीच का अंतर सार्थक है या नहीं यह जानने के लिये ‘टी’ मूल्य का प्रयोग किया गया। टी-मूल्य का मान 2.69 प्राप्त हुआ जो स्वतंत्रता कोटी 118 के लिये 0.01 स्तर पर सार्थक सहसंबंध दर्षाता है। अतः यह परिणाम इस बात की पुश्टि करता है कि षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों मंे कार्यरत दूरवर्ती षिक्षा से बी.एड. करने वाले षिक्षकों के षिक्षण दक्षता व षालेय संगठनात्मक वातावरण के बीच सार्थक सहसंबंध पाया जाता है। अतएव यह परिकल्पना अस्वीकृत होती है।
भ्2 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
तालिका क्रमांक 02 षासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता का षालेय संगठनात्मक वातावरण के साथ सहसंबंध
क्र षिक्षक प्रदत्तों मध्यमान विचलन टी-
की प्रमाणिक मूल्य
संख्या
1. पुरूश 30 156.7 11.59
0.05
2. महिला 30 156.87 12.35
कित्र 58, चढ 0.01, सार्थक नहीं
तालिका क्रमांक 02 के अवलोकन से ज्ञात होता है कि षासकीय विद्यालयों के पुरूष षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण का मध्यमान 156.7 तथा प्रमाणिक विचलन 11.59 एवं महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के सहसंबंध का मध्यमान 156.87 तथा प्रमाणिक विचलन 12.35 प्राप्त हुआ। जिसके लिये टी का मान 0.05 ;चझ 0ण्01द्धप्राप्त हुआ। जो 0.01सार्थकता स्तर पर सार्थक नहीं है। अर्थात् दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूष षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है। यह परिकल्पना स्वीकृत होती है।
भ्3 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले अषासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
तालिका क्रमांक 03 अषासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता का षालेय संगठनात्मक वातावरण के साथ सहसंबंध
क्र षिक्षक प्रदत्तों मध्यमान प्रमाणिक टी-
की विचलन मूल्य
संख्या
1. पुरूश 30 150.9 14.26
0.04
2. महिला 30 150.77 10.09
कित्र 58, च ढ 0.01, सार्थक नहीं
अषासकीय विद्यालयों के पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के सहसंबंध का मध्यमान 150.9 तथा प्रमाणिक विचलन 14.26 एवं महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के सहसंबंध का मध्यमान 150.77 तथा प्रमाणिक विचलन 10.09 प्राप्त हुआ। इस आधार पर अषासकीय विद्यालयों के पुरूश एवं महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता तथा षालेय संगठनात्मक वातावरण में सार्थक सह संबंध नहीं पाया गया। क्योकि दोनों समूहों के बीच टी मूल्य 0.04 प्राप्त हुआ जो स्वतंत्रता कोटी 58 के लिये 0.01सार्थकता स्तर पर सार्थक नहीं है। अतः यह परिणाम इस बात की पुुष्टि करता है कि अषासकीय विद्यालयों के महिला एवं पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक संबंध नहीं पाया गया। अतः यह परिकल्पना स्वीकृत होती है।
भ्4 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
तालिका क्रमांक 04 षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता का षालेय संगठनात्मक वातावरण के साथ सहसंबंध
क्र विद्यालय प्रदत्तों मध्यमान प्रमाणिक टी-
की विचलन मूल्य
संख्या
1. षासकीय 30 156.7 10.81
1.77
2. अषासकीय 30 150.9 14.26
कित्र 58, च ढ 0ण्01, सार्थक नहीं
तालिका क्रमांक 04 षासकीय विद्यालयों के पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के मध्य सहसंबंध का मध्यमान 156.7 तथा प्रमाणिक विचलन 10.81 एवं अषासकीय विद्यालयों के पुरूश षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के सहसंबंध का मध्यमान 150.9 तथा प्रमाणिक विचलन 14.26 प्राप्त हुआ। इनके लिये टी मूल्य 1.77 प्राप्त हुआ यह मान 0.01 सार्थकता स्तर पर सार्थक नहीं है। अतः यह स्पश्ट है कि दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के पुरूष षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है। यह परिकल्पना स्वीकृत होती है।
भ्5 दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है।
तालिका क्रमांक 05 षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता का षालेय संगठनात्मक वातावरण के साथ सहसंबंध
क्र विद्यालय प्रदत्तों मध्यमान प्रमाणिक टी-
की विचलन मूल्य
संख्या
1. षासकीय 30 156.87 12.31
2.09
2. अषासकीय 30 150.77 10.09
कित्र 58, च ढ 0.01, सार्थक नहीं
षासकीय विद्यालयों के महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के सहसंबंध का मध्यमान 156.87 तथा प्रमाणिक विचलन 12.31 एवं अषासकीय विद्यालयों के महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण के सहसंबंध का मध्यमान 150.77 तथा प्रमाणिक विचलन 10.09 प्राप्त हुआ। इनके लिये टी मूल्य 2.09 प्राप्त हुआ यह मान 0.01सार्थकता स्तर पर सार्थक नहीं है। अर्थात दूरस्थ षिक्षा से बी.एड. करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया जाता है। यह परिकल्पना स्वीकृत होती है।
निश्कर्श:-
उपरोक्त विवेचना के अनुसार दूरस्थ षिक्षा से ठण् म्क करने वाले षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के षिक्षको की षिक्षण दक्षता एवं षालेय संगठनात्मक वातावरण में सार्थक सहयंबंध पाया गया। षासकीय विद्यालयों के पुरूश एवं महिला षिक्षकों अषासकीय विद्यालयों के पुरूश एवं महिला षिक्षकों, षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के पुरूश षिक्षकों षासकीय एवं अषासकीय विद्यालयों के महिला षिक्षकों की षिक्षण दक्षता व षालेय संगठनात्मक वातावरण के कोई सार्थक सहसंबंध नहीं पाया गया अर्थात् वातावरण के साथ षिक्षण दक्षता का सहसंबंध सार्थक एवं धनात्मक पाया गया। अतः वातावरण में वृद्धि के साथ षिक्षण दक्षता में भी वृद्धि होती है।
संदर्भित ग्रंथ सूची:-

« Biswas, P.C. and De T.(1995) : A survey on effectiveness of secondary school teachers in Tripura, Indian Journal of Psychometry and Education, Vol. 26(1), pp - 17 - 24
« Halpin. A.W and C.W Crefs 1963) : The organizational climate of school, chicags,Midwest,Administration Centre, Univasity of chicago.
« Kenney, B. James and Rentz, Robert R. (1970) : The organizational climate of school in five urban areas. The Elementary School Journal, Vol - 71, No. - 2, pp- 61 - 69
« Kulsun Umme (1998) : Effect of school organizational climate on Job Satifaction of teachers. Psycholingua, January 1998, Vol. - 28, No.- 1, pp 53-56
« Prakashan, D. (1986) : A study of teacher effectiveness as a function of school organizational climate and teaching competency. Ph.D. Thesis, Pt. Ravishankar Shukla University, Raipur, Fourth Survey of Research in Education, 1983 - 1988, Vol - II
« Shrivastava, M.K. (2007) : A study of effect of administrative system on the school environment. Indian Journal of Educational Research, Vol - 26, No. - 01, January - June 2007.

सडॉ. (श्रीमती) गुरमीत कौर,
सहायक प्राध्यापक, शिक्षा संकाय,
कल्याण पी.जी. कॉलेज भिलाई, नगर
ससश्री अर्निबन चौधरी,
सहायक प्राध्यापक,
शिक्षा संकाय, कल्याण पी.जी. कॉलेज,
भिलाई नगर

1 टिप्पणी:

  1. मैंने उर्दू से यू0टी.सी. और माहिर जामिया उर्दू अलीगढ़ से किया है क्या मेरी सरकारी जाॅब लग सकती है।यू.टी.सी. लखनऊ से कियये हैं क्या यह पात्र हैं।

    अदीब माहिर कामिल $ यूटीसी.सी हैं

    CONTACT :
    MOHD. RAZA

    9650247201

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